डॉक्टर अपने एक वयोवृध्द पेशंटका रुटीन चेकअप कर रहे थे. उन्होने पुछा , '' संताजी ... कैसे हो... और सबकुछ ठिक है ना ?''
संताने जवाब दिया, ''सबकुछ ठिक है डॉक्टर... लेकिन तुम्हे क्या बताऊं ... थोडी अजिब बात है ... रोज रातको जब मै पेशाबके लिए उठता हूं .... और बाथरुमका दरवाजा खोलता हूं तब पता नही कैसे बाथरुमका बल्ब अपने आप जलता है ..''
डॉक्टरको चिंता होने लगी की कही बुढा पगला तो नही जा रहा है. इसलिए डॉक्टरने संताके घर फोन किया, उधरसे संताकी बहु , बंताकी बिवीने फोन उठाया. डॉक्टरने उसे बताया, '' मिसेस बंता... मुझे आपके ससुरके बारेमें थोडी चिंता हो रही है ... उनके कहे अनुसार जब वे रातको पेशाबके लिए उठते है और बाथरुमका दरवाजा खोलते है , तब बाथरुमका बल्ब अपने आप जलता है ... ''
बंताकी बिवीने जोरसे चिल्लाकर अपने पतिसे कहा, ... '' बंताजी ... इधर आवो ... देखो ... तुम्हारे बापने फिरसे फ्रिजमें पेशाब करना शुरु किया है ... ''
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